Ab Tujhse Milne Ka Intezar Hai Mujhe - Love Poetry By Raagvairagi
देखी है कई बार तस्वीर तेरी ,
अब तुझसे मिलने का इंतज़ार है मुझे ,
तेरी मासूमियत को जानता हु में ,
अब तुझे छूने का इंतज़ार है मुझे ,
बातें तो बहुत की है तुझसे ,
तेरी आंखों में खो जाने का इंतज़ार है मुझे,
सपनो में रोज मिलती है तू ,
अब तेरी बाहों में सो जाने का इंतज़ार है मुझे ,
जो बादे किये थे हमने ,
उन बादों का पूरा होने का इंतज़ार है मुझे,
तू देखे मुझे में देखु तुझे ,
ऐसे वक़्त गुजारने का इंतज़ार है मुझे।
हाँ अब तुझसे मिलने का इंतज़ार है मुझे।
2 Comments
Love❤
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